गुजरात का गिरनार पर्वत जूनागढ़ जिले में स्थित है और यह न केवल प्राकृतिक सुंदरता बल्कि धार्मिक महत्व के लिए भी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है यह जगह हिंदू और जैन तीर्थ यात्रियों दोनों के लिए काफी ज्यादा पवित्र मानी जाती है अगर आप एडवेंचर ट्रैकिंग और भगवान में रुचि रखते हैं तो आपको गिरनार घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए अगर आप गुजरात जा रहे हैं और गिरनार जाने का प्लान बना रहे हैं तो आप हमारे इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़े क्योंकि हम हमारे इस आर्टिकल में आपको Girnar me ghumne ki jagah के बारे में विस्तार से बताएंगे।
🏺 गिरनार का इतिहास (History of Girnar)
गिरनार को प्राचीन काल में उज्जयंत गिरी कहा जाता था यह स्थान महाभारत काल से जुड़ा हुआ माना जाता है कहा जाता है कि भगवान दत्तात्रेय ने काफी समय तक तपस्या की थी जैन धर्म के 22 बे तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ ने भी यही मोक्ष प्राप्त किया था उनके नाम पर यहां पर एक जैन मंदिर बना हुआ है गिरनार पर्वत पर कई मंदिरों का निर्माण 11वीं से 15वीं शताब्दी के बीच किया गया था यहां अशोक शिलालेख भी मिलते हैं जो मौर्य काल के इतिहास को दर्शाते हैं ऐतिहासिक स्थानीय मानता है कि गिरनार पर्वत सप्त ऋषियों और कई संतों की तपोभूमि भी रहा है
🏞️ गिरनार पर्वत (Girnar Hills)
गिरनार पर्वत गुजरात का सबसे ऊंचा पर्वत माना जाता है और यहां तक पहुंचाने के लिए लगभग आपको 10000 सीढ़ियां चढ़नी होती है इसके बाद ही आप इस पर्वत पर पहुंच सकते हैं इसपर से आपको सूरज डूबने और सूरज उगने का खूबसूरत नजारा देखने के लिए मिलता है जो काफी ज्यादा खूबसूरत होता है
- गिरनार पर्वत गुजरात का सबसे ऊँचा पर्वत है।
- यहाँ तक पहुँचने के लिए लगभग 10,000 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं।
- पहाड़ से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा काफी खूबसूरत होता है।
🛕 अंबा माता मंदिर
अगर आप गिरनार जा रहे हैं तो आप जब गिरनार पर्वत पर चढ़ाई करना शुरू करेंगे तब आपको रास्ते में प्रसिद्ध मंदिर अंबा माता मंदिर देखने के लिए मिलेगा जो मंदिर काफी ज्यादा खूबसूरत है और काफी ऊंचाई पर बना हुआ है यहां दरसन करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और नवरात्रि के मौके पर बहुत सारे भक्त याह पर माता रानी के दर्शन करने के लिए आते हैं
- सीढ़ियों के रास्ते पर स्थित प्रसिद्ध अंबा माता मंदिर गिरनार ट्रिप का मुख्य आकर्षण है।
- यहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
🕉️ जैन मंदिर (Neminath Temple)
जैन मंदिर गिरनार जैन धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है यह जैन धर्म के 22 में तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का मंदिर भी आपको यहीं पर देखने के लिए मिलता है यह पर्वत हिंदू धर्म के साथ-साथ जैन धर्म के लिए भी काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है और बड़ी संख्या में जैन तीर्थयात्री इस जगह पर भगवान गिरनार के दर्शन करने के लिए जाते हैं
- गिरनार जैन धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है।
- 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का भव्य मंदिर यहीं स्थित है।
🐒 गुरु गोरखनाथ गुफा
गुरु गोरखनाथ गुफा यह गुफा संत गोरखनाथ की तपस्या वाली जगह मानी जाती है यहां से आपको पूरी गिरनार और पहाड़ी और आसपास का दृश्य दिखाई देता है अगर आप गिरनार पर्वत पर जा रहे हैं तो आपको गुरु गोरखनाथ की गुफा देखने के लिए भी जरूर जानी चाहिए
- संत गोरखनाथ की तपस्या स्थल मानी जाने वाली गुफा।
- यहाँ से पूरी गिरनार पहाड़ी और आसपास का नजारा देखा जा सकता है।
🌳 गिरनार वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी
गिरनार वाइल्ड लाइफ यहां पर आपको एशियाई शेर तेंदुआ लोमड़ी और कई सारी दुर्लभ पक्षी देखने के लिए मिल जाते हैं नेचर और वाइल्डलाइफ प्रेमियों के लिए यह जगह काफी ज्यादा बेहतरीन मानी जाती है अगर आप एडवेंचर करना चाहते हैं और जंगल सफारी के शौकीन है तो आपको गिरनार वाइल्डलाइफ घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए
- यहाँ एशियाई शेर, तेंदुआ, लोमड़ी और कई दुर्लभ पक्षी पाए जाते हैं।
- नेचर और वाइल्डलाइफ प्रेमियों के लिए बेहतरीन जगह।
🚶 गिरनार ट्रेकिंग एक्सप्रियंस
गिरनार पर्वत पर चढ़ने में आपको काफी ज्यादा मजा आने वाला है और 10000 सीडिया की यात्रा आपको थका देने वाली होने वाली है लेकिन आपको यह काफी अच्छा एक्सपीरियंस भी देने वाली है सुबह आपको जल्दी ट्रैक शुरू करने पर ठंडी हवा और शांत वातावरण का एक्सपीरियंस भी आपके यहां पर देखने के लिए मिलता है
- 10,000 सीढ़ियों की यात्रा थकाऊ जरूर है लेकिन रोमांचक भी।
- सुबह जल्दी ट्रेक शुरू करने पर ठंडी हवा और शांत वातावरण का अनुभव मिलता है।
📍 कैसे पहुंचे गिरनार?
गिरनार पर्वत जूनागढ़ रेलवे स्टेशन से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी है पर है और एयरपोर्ट से आपको यह 100 किलोमीटर की दूरी पर देखने को मिलता है और राजकोट एयरपोर्ट आपके यहां से काफी पास मिल जाता है अगर आप रोड के द्वारा जाना चाहते हैं तो गुजरात के सभी बड़े शहरों से बस टैक्सी इस जगह के लिए उपलब्ध है
- रेलवे स्टेशन: जूनागढ़ रेलवे स्टेशन (5 किमी)
- एयरपोर्ट: राजकोट एयरपोर्ट (100 किमी)
- सड़क मार्ग: गुजरात के सभी बड़े शहरों से बस और टैक्सी उपलब्ध हैं।
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गिरनार और जूनागढ़ के टूरिस्ट स्थलों के बारे में अधिक जानकारी के लिए देखें 👉 Junagadh District Tourism – Official Website
❓ FAQs
Q1. गिरनार की ट्रिप के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?
➡ अक्टूबर से फरवरी।
Q2. गिरनार ट्रेक करने में कितना समय लगता है?
➡ लगभग 5 से 7 घंटे।
Q3. परिवार के लिए कौन-कौन सी जगहें अच्छी हैं?
➡ अंबा माता मंदिर, जैन मंदिर और गिरनार वाइल्डलाइफ सेंक्चुरी।
🏁 निष्कर्ष
गिरनार केवल एक धार्मिक जगह नहीं है बल्कि एक एडवेंचर नेचर का संगम भी मानी जाती है चाहे आप आध्यात्मिक यात्रा पर हो या एडवेंचर के शौकीनों के नाम आपका को एक नेक्स्ट लेवल का एक्सपीरियंस प्रदान करने वाला है अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल Girnar me ghumne ki jagah अच्छा लगता है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल गिरनार में घूमने की जगह कैसा लगा धन्यवाद।







